अगर आपको इतिहास बदलना है, तो कलम चलाईऐ! जब झूठ लिखकर, ब्राह्मण करोड़ों लोगों को अपना गुलाम बना सकता है! तो क्या हम सच लिखकर, लाखों लोगों को इस गुलामी से आजाद नहीं कर सकते ? जब तक आप सच नहीं लिखोगे, तब तक आप इस झूठ की गुलामी से लोगों को आजाद नहीं करा सकते!
झूठ लिखने की ताकत देखए
- झूठ लिखकर, ब्राह्मणों ने महामूर्ख कालीदास को भी विश्वविख्यात कवि बना दिया।
- झूठ लिखकर, ब्राह्मणों ने अंधे (नेत्रहीन) सूरदास को भी महान कवि बना दिया।
- झूठ लिखकर, ब्राह्मणों ने बिष्णुगुप्त मौर्य को भी चाणक्य बना दिया।
- झूठ लिखकर, ब्राह्मणों ने बुद्ध के पंचतंत्र को, बिष्णु शर्मा का पंचतंत्र बना दिया।
- झूठ लिखकर, ब्राह्मणों ने ब्राह्मण बीरबल को, अकबर बादशाह से भी बड़ा बना दिया।
- झूठ लिखकर, ब्राह्मणों ने महाडरपोक सावरकर को भी वीर सावरकर बना दिया।
- झूठ लिखकर, ब्राह्मणों ने ब्राह्मणों को क्षत्रिय, वैश्य, शूद्र, अवर्ण से भी ज्यादा बड़ा ज्ञानी और पूजनीय बना दिया।
- झूठ लिखकर, ब्राह्मणों ने खुद को भगवान से भी बड़ा ब्राह्मण बना दिया।
- झूठ लिखकर, ब्राह्मणों ने अपने वीरोधियों को भी, अपना हितैषी बना दिया।
- झूठ लिखकर, ब्राह्मणों ने काल्पनिक कहानियों को भी सच बना दिया।
अब आप ही बताइए– जब झूठ लिखकर, ब्राह्मण करोड़ों लोगों को अपना गुलाम बना सकता है! ….तो क्या? हम सच लिखकर, लाखों लोगों को इस गुलामी से आजाद नहीं कर सकते ?
- ब्राह्मणों ने काल्पनिक चीजों को भी फेमस कर दिया।
- और आप हकीकत की चीजों को भी फेमस नहीं कर पा रहे!
- यही हमारी हर स्तर पर विफलता का कारण है।
इतिहास बदलना है, तो कलम चलाईऐ!
- अगर आप लिख नहीं सकते, तो जो लिख रहे हैं, उनकी बातों को शेयर करके दूसरे लोगों तक पहुंचाने का काम तो कर ही सकते हैं!
- जब हमने बुद्ध, रविदास, कबीरदास, घासीदास, छत्रपति शाहूजी, पेरियार, ज्योतिबा फुले, गाडगे, अंबेडकर, फातिमा शेख, टंट्या भील, बिरसा मुंडा, झलकारी बाई, उदादेवी, कांशीराम, लल्लई सिंह यादव, सम्राट अशोक, फूलन देवी के बारे में लिखना चालू किया, तभी तो लोग इनको जान पाए।
तो जब तक आप सच नहीं लिखोगे, तब तक आप इस झूठ की गुलामी से लोगों को आजाद नहीं करा सकते! क्योकि तलवार से इतिहास नहीं, भूगोल बदलता है!