दलित, आदिवासी के बाद अब OBC भी सुरक्षित नहीं मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर में भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं द्वारा OBC वर्ग के युवाओं को 2 दिन से बंधक बनाकर शारीरिक प्रताड़ना दी गई।
- नरसिंहपुर में भाजपा नेता और उनके समर्थकों के अमानवीय व्यवहार के वीडियो वायरल हो रहे हैं जिनमें वे दो युवकों के साथ मारपीट कर रहे हैं। पुलिस में पिटने वाले युवकों के परिवारजनों ने एफआईआर दर्ज कराई है और अभी उनकी गिरफ्तारी नहीं की गई है।
नरसिंहपुर जिले के गाडरवारा में कैलाश रजक, शिवम छिपा, सत्यम छिपा और गोलू छिपा ने शेरू सेन और हरिओम सोनी नाम के युवकों को अमानवीय ढंग से पीटा। कैलाश रजक और उनके साथियों ने उन्हें कई घंटे तक पिटाई की। पहले खुले में मारपीट की और फिर बंधक बनाकर इन लोगों उसे लेटाकर बेल्ट से पीटा। इन लोगों की अमानवीय प्रताड़ना के बाद दोनों युवक किसी तरह भोपाल आए और उन्होंने कई स्थानों पर अपने साथ हुई घटना के बारे में बताया। इसके बाद इस अमानवीय प्रताड़ना के कुछ वीडियो भी वायरल हो गए। बताया जाता है कि आरोपी भारतीय जनता युवा मोर्चा से जुड़े हैं और इनके खिलाफ पुलिस ने वीडियो वायरल होने के बाद कार्रवाई की है।
दलित, आदिवासी के बाद अब OBC भी सुरक्षित नहीं :
मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर में भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं द्वारा OBC वर्ग के युवाओं को 2 दिन से बंधक बनाकर शारीरिक प्रताड़ना दी गई।@ChouhanShivraj जी, इन गुंडों पर आपका बूल्डोजर चलेगा या युवा मोर्चा के कारण बक्श दिया जाएगा। pic.twitter.com/pixEmmaebn
— Dr.Vikrant Bhuria (@VikrantBhuria) April 7, 2022
शेरू के पिता ने एफआईआर दर्ज कराई
- घटना के बाद जब वीडियो वायरल हुए तो पुलिस ने पीड़ितों के परिजनों को बुलाकर उनसे एफआईआर दर्ज कराई। शेरू के पिता ओंकार प्रसाद सेन की शिकायत पर कपिल रजक, शिवम छिपा, सत्यम व गोलू के खिलाफ धारा 294, 323, 506 व 34 के तहत प्रकरण दर्ज किया है। एसपी विपुल श्रीवास्तव ने लाइव हिंदुस्तान को बताया है कि अभी पीड़ित युवक गाडरवारा में नहीं हैं तो उनके बयान लेने के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी।
क्या है इसके पीछे कारण
- बताया जाता है कि यह मामला एक लड़की के गुमशुदगी से जुड़ा है। इसमें कैलाश रजक और उसके साथियों को यह शक था कि हरिओम व शेरू ने लड़की को भागने में मदद की है। इन लोगों ने पुलिस के माध्यम से दोनों से पूछताछ कराने की जगह खुद ही उससे पूछताछ शुरू कर दी। इन लोगों ने थर्ड डिग्री प्रताड़ना जैसे पिटाई की।