विदेशी ब्राह्मणों द्वारा भारत को फिर से विभाजित करने की साजिश आपिल पत्र की PDF डाऊनलोड कर सकते है और उसे सोशल मीडिया में शेयर कर सकते है.
- भारतीय जनता को सचेत करने हेतु यह अपील पत्र प्रस्तुत कर रहे हैं। डीएनए अनुसंधान द्वारा ब्राह्मणों की मातृभूमि यूरेशिया सिद्ध हो गई है। नये डीएनए अनुसंधान से विदेशी आक्रमणकारी ब्राह्मणों का भारत पर आक्रमण का समय तक ढूंढा गया है। विदेशी सिद्ध हुए ब्राह्मणों ने लॉकडाउन के समय में वसंत शिंदे और नीरज रॉय को आगे करके ब्राह्मणों को भारत का मूलनिवासी बताने का जबरन प्रयास किया है। बल्कि, ब्राह्मण विदेशी है यह बात डीएनए अनुसंधान से सिद्ध हो गई है और अब वे मीडिया का इस्तेमाल करके झूठ प्रचार कर रहे हैं साथ ही भारत को दो हिस्सों में विभाजित करने की साजिश भी रच रहे हैं। इसलिए उसकी वास्तविक जानकारी भारत के तमाम मूलनिवासी बहुजनों को कराने हेतु यह अपील पत्र सार्वजनिक किया जा रहा है। इसे अधिक मात्रा में सोशल मीडिया में वायरल करें, इसकी प्रिंट करवाकर अपने-अपने इलाकों में बांटें और यह जो जानकारी दी जा रही है उसे सही ढंग से समझकर भारत को विदेशी यूरेशियन ब्राह्मणों से आजाद कराने के आंदोलन में सहभागी हो जाएं।
निचे दिए गए लिंक से आपिल पत्र की PDF डाऊनलोड कर सकते है और उसे सोशल मीडिया में शेयर कर सकते है. यह सन्देश पुरे देशभर में और दुनिया में फैलाना है.